मेने पिछली पोस्ट में उपवास के कुछ तरीके बताये थे. इस बार मै उपवास से फायदे बताना चाहती हु.
उपवास से पाचन तंत्र को आराम मिलता है. जिस प्रकार हम काम के बाद आराम करते है इसी तरह से पेट को आराम देना जरुरी होता है वो तभी हो सकता है जब हम उपवास करे. यहाँ उपवास से तात्पर्य सामान्यतः किये जाने वाले व्रतों से नहीं है. उपवास तभी फायदे मंद रहेगा जब हम सुपाच्य भोजन ही करे व्रतों मै लिए जाने वाले गरिष्ठ भोजन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह ही होगे.
जब दोनों वक़्त भोजन किया जाता है तो कई बार अनपचा भोजन आंतो में रह जाता है जो कई परेशानियों की वजह बन जाता है. इसलिए कभी कभी भोजन छोड़ देना अच्छा होता है और आंतो मै फसे भोजन को आगे बढने के लिए नीबू-पानी का प्रयोग उत्तम होता है इसके लिए एनिमा का भी प्रयोग किया जा सकता है.
जब पानी पर लम्बा उपवास किया जाता है तो आंतो मे फसा हुआ मल आगे नहीं बढ पाता है तो एनिमा मल को नरम करके आगे बढ़ाने में मदद करता है. (एनिमा पर एक पोस्ट अलग से लिखूंगी )
लम्बे उपवास में शरीर की सफाई होती है इसलिए कुछ परेशानिया भी हो सकती है जेसे जी घबराना, कमजोरी आना इत्यादि. पर बाद में फायदा नज़र आता है.
अगर सप्ताह में एक वक़्त भी खाना न खाए (फल, छाछ वगैरह ले सकते है) तो भी फायदा मिलेगा.
बहुत अच्छी और उपयोगी बातें बताई हैं आपने,शोभा जी.
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार.
मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है.
koshish hame bhi karni hogi..:)
जवाब देंहटाएंवाह जी, आपने तो बहुत बढ़िया जानकारी इकठ्ठा की है, इसको तो अमल में लाना चाहिए !!!
जवाब देंहटाएंपहली वार आपके ब्लॉग पर आया हूँ , अच्छी जानकारी मिलती है, ग्रहण करने योग !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी उपयोगी प्रस्तुति के लिए आभार.
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनायें